पटना 21/ सितंबर इन्डियन मुस्लिम अवर्नस मूवमेंट (IMAM) ने बिहार के सभी मुख्यधारा के राजनीतिक दलों और धर्मनिरपेक्ष नेताओं से अपील की है कि वे आगामी विधानसभा चुनावों के लिए अपने घोषणापत्र में अपनी नीतियों और कार्यक्रमों में मुस्लिम हितों की रक्षा का संकल्प लें ।
इमाम ने सभी धर्मनिरपेक्ष दलों के नेताओं से यह सुनिश्चित करने की अपील की कि धर्मनिरपेक्ष मुस्लिम जनता के वोटों को अनावश्यक रूप से विभाजित नहीं किया जाये और चुनाव परिणामों को विकृत या सार्वजनिक भावनाओं के विपरीत होने से बचाया जाये। मूवमेंट(इमाम) की राज्य इकाई की दिन भर की बैठक में लगभग सभी संभावनाओं पर वास्तविक धरातल पर गहन विमर्श हुआ। बैठक की अध्यक्षता इमाम के सचिव जहाँगीर आदिल अलीग (नालंदा) ने की और केंद्रीय नेतृत्व का प्रतिनिधित्व संगठन के महासचिव एडवोकेट यूनुस मोहानी (लखनऊ) ने किया। अन्य महत्वपूर्ण प्रतिभागियों में प्रोफेसर नायब अली (बिहारशरीफ, नालंदा), समाजिक कार्यकर्ता मुहम्मद औरंगजेब अरमान (पटना), रियाज आतिश (पटना), उमैर खान उर्फ टिक्का खान (गया), सोहराब खान (शेरघाटी), औरंगजेब खान शामिल (गया) नवाब अतीकुज्जमां (पटना), मुहम्मद शकील, उमर अशरफ (बाढ़), इंतिखाब आलम (सिवान) और शहजूर रज़ा (मुंगेर) सहित संगठन के कुछ सहानुभूति रखने वालों ने भी बैठक में भाग लिया। इमाम के संस्थापक और अध्यक्ष अशर हाशमी (दिल्ली) ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बिहार इकाई और नेताओं के साथ बैठक में भाग लिया। बैठक में यह तय कर कि इस मांग को राजनैतिक दलों तक पहुंचाया जाये और राजनैतिक दलों से मिलकर बात की जाये इसके बाद इमाम के सदस्यों ने राजनेताओं से मिलकर बात करने का सिलसिला शुरू कर दिया है ।