आपकी सज़ा मौत है क्योंकि आपका जुर्म बहुत संगीन है आप गरीब है तो आपही बताइए यह सज़ा जायज़ है न आपके लिए ?
एक खबर अाई कि गुजरात में एक गटर में 7 सफाई कर्मियों की मौत हो गई हालांकि यह नई बात तो नहीं है गाहे बगाहे इस तरह की खबर आती रहती है लेकिन हमें इससे क्या सफाई कर्मी कोई डॉक्टर नहीं है और न मरने वालों का बंगाल से कोई रिश्ता तो क्यों इस पर ध्यान दिया जाय ।
वैसे भी हर इंसान को पवित्र गंगा की गोद नसीब नहीं होती कुछ के लिए गटर ही बने हैं मरें और मोक्ष प्राप्त कर लें।2007 की एस आनन्द की रिपोर्ट के अनुसार लगभग 22,337 सफाई कर्मचारी प्रत्येक वर्ष मरते हैं जो समय से पहले खराब स्वास्थ्य या फिर सेप्टिक टैंक में डूब कर काल के गाल में समा जाते हैं लेकिन आपको मै यह सब क्यों बता रहा हूं आपको इससे क्या हालांकि भारत सरकार ने इन सफाई कर्मियों के लिए एक कानून भी बना रखा है “हस्त सफाई कर्मियों के रोजगार निषेध एवं उनके पुनर्वास संबंधित अधिनियम 2013” यह कानून है बस आपको बता दिया कि भारत में ऐसा भी है आपको इसपर बहुत कुछ सोचने समझने की जरूरत नहीं है।
गरीब अपने बच्चों का पेट भरने के लिए मर जाता है और पुलिस इस घटना को दुर्घटना में दर्ज कर देती है जिस कारण सही तौर पर नहीं बताया जा सकता कि कितने गरीब सफाई कर्मी गटर की भेंट चढ़े और उनके परिवार बिना मुआवजा पाए भूके मर जाते हैं हालांकि भारत इस समय राजनैतिक संक्रमण काल से गुज़र रहा है तो मान लीजिए गटर में मरने से मोक्ष प्राप्त होता है।
वैसे भी गरीबी बहुत बड़ा जुर्म है जिसकी सज़ा सिर्फ मौत है बिहार के स्वास्थ्य मंत्री यूंही नहीं कह रहे कि बुखार से जो बच्चे मर रहे हैं वह नियति है ,यह लाइन नई हरगिज़ नहीं है अगर आप अपनी आदत के हिसाब से भूल नहीं गए हों तो थोड़ा पीछे उत्तर प्रदेश चलिए स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ सिंह का बयान याद आया आपको अगस्त में बच्चे मरते हैं!! जी हां यही बात हालांकि बिहार में चमकी बुखार कहर बरपा रहा है तमाम घरों के चराग गुल हो चुके हैं मंत्री जी कह रहे हैं लीची खाने से बच्चे मर रहे हैं ज़रा बताईए 4 महीने का आपका बच्चा सुबह उट कर लीची खाता है यूंही पूछ लिया ।
देश में आधार कार्ड देखकर पानी मिल रहा है ,लोग गटर में मोक्ष प्राप्त कर रहे हैं ,बच्चे लीची खाने से मर रहे हैं ,लू से कितनी जाने चली गईं हैं ,डॉक्टर बाबू हड़ताल पर हैं,ममता तड़प रही है ,ममता मान नहीं रही है, ममता को बर्खास्त किया जाए,ममता राजनीत कर रही है,बीजेपी राजनीत धर्म का पालन कर रही है और हम सब जनाब आप भी राजनीत का ईंधन हैं।अब आराम से सोचिए गाली दीजिए मै इंतज़ार में हूं आपकी गलियों के जय हो।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here