मुबारक हो नये दौर के रामराज्य में ,यहां,बलात्कार , मोब्लिंचिंग ,हत्या जैसी छोटी मोटी घटनाओं को अगर नजर अंदाज़ कर दिया जाए तो सब कुशल मंगल है।हर तरफ लोग घर वालों की लाशों पर भी खुश हैं ।दरअसल यह रामराज्य कलयुग का है तो थोड़ा बहुत तो होता ही रहता है आपको समझना चाहिए।

तीन तलाक़ से पीड़ित महिलाओं की खुशी का एक नज़ारा प्रधानमंत्री की फोटो के साथ

रामराज्य में महिलाओं का सम्मान चरम पर है जहां देखिए बस यही चर्चा है कि सरकार महिलाओं के प्रति बड़ी संवेदनशील है यही वजह तो है कि सत्ताधारी दल के विधायक जी जो बलात्कार के आरोप में सलाखों के पीछे है इनपर एक एक कर अपने विरूद्ध गवाही देने वालों को चुन चुन के मारने का आरोप है।
और इसी क्रम में अब रेप पीड़िता सहित उसका वकील भी जीवन की जंग लड़ रहा है और आरोप विधायक जी पर ही है लेकिन मजाल है कि सत्ताधारी दल में पदासीन एक भी महिला नेता को रेप पीड़िता पर ज़रा भी तरस आया हो,उधर आज़म ख़ान ने नारी गरिमा से खिलवाड़ कर दिया ,पूरी भारतीय संस्कृति पर अपने ओछे बयान से ग्रहण लगाने का काम किया ,लेकिन बधाई की पात्र हैं सब महिला नेता,सत्ताधारी दल एवं संयुक्त विपक्ष के साथ राष्ट्रीय महिला आयोग जिसने भारत की संस्कृति को बचा लिया ,नारी सम्मान के लिए सब एकजुट हुए ।
अगर इसी बीच सरकार सिर्फ आज़म खान के लिए साजाए मौत देने का कानून ले आती तो लोकसभा और राज्यसभा दोनों में विधेयक ध्वनि मत से ही पारित हो जाता , और लगे हाथ रामराज्य में उत्पात करने वाले उत्पति प्राणी का अंत किया जा सकता ,लेकिन यहां चूक गए लगता है,आपको क्या ऐसा नहीं लगता? क्या आज़म खान को उनके अपराध के लिए फांसी नहीं देनी चाहिए आप बताइए ?
वैसे नये दौर के रामराज्य में सब कुशल मंगल है भला हो भी क्यों न आखिर उत्तर प्रदेश पुलिस के मुखिया बलात्कार पीड़िता को देखने स्वयं ट्रामा सेन्टर पहुंचे हालांकि पीड़िता एवम उसका वकील वेंटिलेटर पर हैं लेकिन डीजीपी महोदय की सुरक्षा बहुत ज़रूरी है वह भी अस्पताल में तो नितांत आवश्यक है क्योंकि यहां सभी हथियार से लैस आते हैं सब मौज मस्ती करते अपराधी होते हैं अस्पतालों में खैर मुखिया के आने पर लगभग 30 मिनट ट्रामा सेन्टर की लिफ्ट रोकी गई ज़िन्दगी और मौत से जूझ रहे मरीजों की जान पर बनी रही मगर सुरक्षा बहुत ज़रूरी है।
खैर यह कोई नई बात नहीं है पुलिस बेचारी क्या करे आप बताइए उसे चौराहे पर खड़े होकर हेलमेट न लगाने पर चालान भी करना है फिर कहां वक़्त है कि देखे की ट्रक की नंबर प्लेट पर कालिख पोती गई है ,इसमें पुलिस की कोई नाकामी नहीं है क्योंकि पुलिस पर बहुत बोझ है बेचारी क्या करे?
उन्मादियों ने बेटे को आग के हवाले कर दिया बाप बेटे की लाश के साथ

मोबलिंचिंग की घटनाएं हो जाती हैं एक आधी तो क्या आप सत्ता पर आरोप लगाइएगा अगर कोई गुस्से में किसी 15 साल के नाबालिग बच्चे को आग में सिर्फ जय श्री राम का नारा न लगाने पर डाल देता है तो इसमें कोई चर्चा जैसी बात नहीं है ,यह तो रोज़ मर्रा की ज़िन्दगी का हिस्सा है लिहाजा जाने दीजिए वैसे भी गरीबों को ज़िंदा रहने का हक कहां है ज़रा सोचिए ?
गरीबों के ऊपर अगर थोड़ा बहुत ज़ुल्म हो रहा है तो उसे मुकद्दर मान लिया जाना चाहिए इसी में भलाई है क्योंकि हर घर में रखे इडियट बॉक्स में रामराज्य का प्रचार है और आप बेमकसद की बात कर उसके आनंद को समाप्त करने की कोशिश कर रहे हैं वैसे देश में बहुत कुछ होता रहता है हिमाचल में यदि कोई नारी अपनी निजी जिंदगी में अपनी दैहिक स्वतंत्रता का आनंद लेती है तो इसपर बिल्कुल कोई बात नहीं होनी चाहिए ।कोई जोशी जी अगर अपनी स्वतंत्रता का आनंद लेते हैं तो आपको क्या है? आखिर भारतीय दण्ड संहिता 1860 की धारा 377 अब नहीं है समलैंगिक रिश्ते कानूनी हो चुके हैं लेकिन आपलोग कब तक किसी के निजी पलों को मुद्दा बनायेंगे।
आरोपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर

देखिए कोई नेत्री बाथरूम में अपने मित्र के साथ नहाती है तो उसमें जल संरक्षण का पहलू तलाशिए,कोई जोशी जी अगर किसी युवक के साथ आलिंगन करें तो उसमें भी देश में बढ़ती आबादी को रोकने का पहलू तलाशिए आखिर कब तक सिर्फ नकारात्मक सोच के साथ ज़िंदा रहियेगा? आखिर देशभक्ति यही है कि राष्ट्रहित में काम किया जाय लिहाजा अब इस प्रकार की वेडियो देखने वालों पर कड़ी कार्यवाही होनी चाहिए।वैसे मुसलमान महिलाएं बहुत ज़ुल्म सह रहीं थी किसी ने उनकी कोई चिंता नहीं की अगर कलयुग का रामराज्य न आता तो कैसे जीती यह बेचारी तीन तलाक़ जो इस देश की सबसे बड़ी समस्या है अगर इसपर कानून नहीं बनता तो देश का विकास संभव नहीं था भला हो मोदी जी का जिन्होंने इस विषय में सोचा अब देश का विकास कोई नहीं रोक सकता रही बात विरोधियों की तो उनका तो काम ही यही है ज़रा भी शर्म नहीं है जो अच्छे कार्य की तारीफ कर दें भला बताइए कितना ज़बरदस्त कानून बना है जिसमें अपराध हुए बिना सज़ा होगी ।यानी महिलाएं अपनी कुंठा भी निकाल लेंगी और उनका घर भी बचा रहेगा ,वैसे तलाक़ का प्रावधान दूसरी जगह नहीं है वहां जलाने ,फांसी पर लटकाने और ज़हर देने जैसी विधियां प्रचलन में हैं ,बिना तलाक़ के पत्नी को त्याग देना भी एक उपाय है लेकिन हम लोग यह बात क्यों कर रहे हैं ।
आज बधाई मुसलमानों को जो कथित सेक्युलर दलों के बंधुआ वोटर हैं जिनके नेताओं ने बीजेपी को सदन से वाकआऊट करके सहयोग किया और बिल पारित होने पर चुप्पी साधी ,जवानी कुर्बान गैंग के मुखिया मिस्टर मुस्कान के 12 तथा मुस्लिम हितैषी बहन माया के 4 सदन के बाहर चाय की चुस्कियों में मस्त रहे रामगोपाल हो या सतीश मिश्रा यही नहीं तेलंगाना में ओवैसी के समर्थन से सरकार चलाने वाले दल टीआरएस के सांसद भी मौसम का मजा बाहर ही ले रहे थे , मौलाना गुलाम रसूल बल्यावी साहब की पार्टी जदयू भी अंदर क्या करती लिहाजा बाहर टिप टिप बरसा पानी गाने का आनंद ले रही थी , इन बातो को आप अगर याद रख सकते हैं तो याद रखियेगा वैसे नये दौर के रामराज्य में सारी बुराइयों का अंत हो गया है मोदी जी ने पता लगा लिया है कि हाथी की लीद सूखने पर कैसी महकती है आप भी डिस्कवरी पर देखिएगा मैन वर्सेज वाइल्ड का खास एपिसोड जब तक के लिए तलाक़ तलाक़ तलाक़।

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