13 मई 2021,बृहस्पतिवार लखनऊ
मौलाना हसरत मोहानी क़ौमी वेलफेयर फाउंडेशन द्वारा मौलाना हसरत मोहानी की पुण्यतिथि पर एक ऑनलाइन गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें बोलते हुए फाउंडेशन के अध्यक्ष यूनुस मोहानी ने कहा कि हसरत व्यक्ति नहीं विचारधारा का नाम है ,मगर अफसोस लोग उन्हें एक शायर के तौर पर ज्यादा जानते हैं जबकि पता होना चाहिए कि हसरत भारत के पहले पत्रकार हैं जो ब्रिटिश प्रेस एक्ट के अंतर्गत जेल गए यही नहीं हसरत का अखबार उर्दुए मोल्ला वह पहला अखबार था जिसने मुसलमानों में हिंदू मुस्लिम एकता के साथ आजादी की अलख जगाई ।हसरत अपने देश से बेपनाह प्यार करते थे उनकी जिंदगी में तीन एम बहुत महत्वपूर्ण थे एक मक्का जो उनकी आस्था का केंद्र था ,एक मथुरा जो उनके प्रेम का मरकज,और एक मुल्क ,जब भारत में स्वदेशी आंदोलन शुरू हुआ तो हसरत ने इसमें बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया और देश का पहला स्वदेशी स्टोर भी अलीगढ़ में खोला वह यहीं नहीं रुके बल्कि वह चाहते थे कि देश के हर बड़े छोटे शहर में लोग ऐसे स्टोर खोलें और स्वदेशी अपनाए वह यह बात सिर्फ ज़बान से नहीं कहते बल्कि स्वयं भी उसपे अमल करते यहां तक कि किसी भी कीमत पर विदेशी चीजों के इस्तेमाल को राजी नहीं होते।हसरत ने अपना सबकुछ देश के लिए निछावर कर दिया आज जो लोग स्वदेशी की बात करते हैं उसमें उनका स्वार्थ दिखता है लेकिन हसरत ने भारत आजाद होने के बाद भी सरकार से कभी कोई भत्ता स्वीकार नहीं किया ।
एडवोकेट परमानंद प्रसाद ने कहा कि देश को सम्पूर्ण आजादी का नारा देने वाले हसरत को भुलाने का प्रयास किया गया लेकिन वह हमारे दिलों में बसते हसरत ने कहा था कि वह पाकिस्तान जाकर एक काफिर की मौत मरने से बेहतर भारत में रहकर शहीद होना चाहते हैं उन्होंने इस समय ही दोनो देशों के हालात का आकलन कर लिया था इससे उनकी दूरदृष्टिता समझ में आती है।
मोनिस मोहानी ने कहा कि इंकलाब ज़िंदाबाद का नारा देने वाले हसरत गर्मदल के सदस्य थे और गंगा जमुनी तहजीब के वाहक थे वह जहां एक सच्चे सूफी थे वहीं कृष्ण के भक्त भी नमाज़ रोज़े के पाबंद हसरत मुहब्बत का खजीना थे देश के गौरव हैं हसरत, हम सब उन्हें सलाम करते हैं।
गोष्ठी में पूनम त्रिपाठी,सब खानम,मुहम्मद अजीम,हाजी ज़ुबैर,इकराम मुहम्मद फरीदी ने भी अपने विचार रखे और हसरत को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। मौलाना हसरत मोहानी क़ौमी वेलफेयर फाउंडेशन द्वार मौलाना की मजार पर गुलपोशी की गई और फतिहख्वानी की गई इस अवसर पर फाउंडेशन द्वारा गरीबों को राशन कीट भी वितरित की गई कोविड गाइडलाइन का पालन करते हुए गोष्ठी को ऑनलाइन किया गया।

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