ClickTV Special
लखनऊ लोकसभा के अंतर्गत आने वाली लखनऊ शहर की 171 लखनऊ पश्चिम विधानसभा में 2022 विधानसभा का चुनावी घमासान काफी रोमांचक हो चुका है,2011 जनगणना के अनुसार लखनऊ पश्चिम विधानसभा में लगभग 482869 आबादी निवास कर रही थी जिसमे 100% शहरी क्षेत्र में रहती है इसमें अनुसूचित जाति के लगभग 7.9% और अनुसूचित जन जाति की .03% आबादी है ,यह सीट मुस्लिम बाहुल्य वाली सीट मानी जाती है और 2019 लोकसभा चुनाव की वोटर लिस्ट के अनुसार 4,11,978 कुल मतदाता इस विधानसभा क्षेत्र में हैं जिसमें 28% मुस्लिम मतदाता है।
इस विधानसभा में लगभग 55.26% वोट 2019 आम चुनाव में पड़ा था जबकि 2017 विधानसभा चुनाव में 56.1% वोट पड़ा जिसमें भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी सुरेश श्रीवास्तव को 42.76% वोट मिला और चुनाव जीता जबकि समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के गठबंधन प्रत्याशी मोहम्मद रेहान को 36.76% वोट प्राप्त हुआ था और बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी अरमान खान ने 16.66% वोट हासिल किया इस बार अरमान खान समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी के रूप में मैदान में हैं।

अरमान खान समाजवादी पार्टी प्रत्याशी

और जिस तरह की लहर समाजवादी पार्टी के पक्ष में दिख रही है उसमें मुस्लिम मतदाता समाजवादी पार्टी के साथ लामबंद दिख रहा है।
इस बार भारतीय जनता पार्टी ने अंजनी श्रीवास्तव को अपना प्रत्याशी बनाया है ,जबकि बहुजन समाज पार्टी ने कायम रजा को टिकट दिया है कांग्रेस ने लड़की हूं लड़ सकती हूं नारे के साथ शाहाना सिद्दीकी को मैदान में उतारा है इस बार नॉमिनेशन खारिज हो जाने के कारण ओवैसी की पार्टी मजलिसे इत्तेहादुल मुस्लेमीन का कोई प्रत्याशी मैदान में नहीं है जबकि आम आदमी पार्टी ने राजीव बक्शी को इस सीट पर अपना उम्मीदवार बनाया है।
अंजनी श्रीवास्तव

मुख्य चुनाव सीधे तौर पर समाजवादी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के मध्य दिखाई दे रहा है हांलांकि कांग्रेस भी यहां दमदारी से लड़ रही है यदि कांग्रेस अपना पारंपरिक वोट लेने में कामयाब होती है तो परिणाम को प्रभावित करेगी लेकिन मुस्लिम मतदाताओं का रुझान जिस तरह से दिखाई दे रहा है उससे अरमान खान ज्यादा ताकतवर दिख रहे हैं ।
शाहाना सिद्दीकी

क्योंकि उनके साथ सभी वर्गों का वोट दिखाई दे रहा है ,ब्राह्मण,कायस्थ ,यादव समेत सभी जातियों का वोट अरमान खान को मिलता दिख रहा है, बीजेपी के खिलाफ लोगों में कुछ गुस्सा दिख रहा है यहां चुआंव का मुद्दा कोविड कुप्रबंधन और बेरोजगारी बना हुआ है ।व्यापारी वर्ग जिस तरह से कारोबारी नुकसान में है उसका असर भी चुनाव में साफ दिख रहा है।
राजीव बक्शी

आम आदमी पार्टी भी भारतीय जनता पार्टी को ही नुकसान करती दिख रही है वहीं बहुजन समाज पार्टी यदि अपने दलित वोट को अपने साथ बांधे रखने में सफल होती है तो बीजेपी के लिए मुश्किल बढ़ सकती है । इस विधानसभा में बड़े पैमाने पर ब्राह्मण वोटर है जिसमे बंटवारा हो रहा है।
कांग्रेस प्रत्याशी शाहाना सिद्दीकी के पक्ष में जिस तरह कल प्रियंका गांधी ने सभा की और लोगों का जनसैलाब उमड़ा वह कितना वोट में बदलेगा यह समय बतायेगा अभी जमीन पर लोग समाजवादी पार्टी और बीजेपी के मध्य चुनाव की चर्चा कर रहे हैं।

क्षेत्रीय लोगो के अनुसार इस बार जीत का अंतर बहुत अधिक नहीं रहने वाला है ,23 फरवरी को यहां वोट पड़ने हैं ।अभी तक इस सीट पर बीजेपी काबिज थी भूतपूर्व विधायक सुरेश श्रीवास्तव के देहावसान के बाद यह सीट खाली हुई थी ।
अब मतदाता क्या फैसला लेता है यह तो 10 मार्च को ही पता लगेगा ।
यूनुस मोहानी
8299687452,9305829207
younusmohani@gmail.com

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here