उत्तर प्रदेश में सपा बसपा गठबंधन होने के बाद जहां जीत की संभावनाएं बढ़ी है उसी बीच बहनजी ने ऐलान किया है कि वह 9 ब्राहमण प्रत्याशी लोकसभा चुनाव में उतारेंगी हालांकि बहुजन समाज पार्टी उत्तरप्रदेश में 38 सीटों पर मैदान में उतरेगी जिसमें 10 सुरक्षित सीट हैं ।
कुल 38 में से 10 सीटें सुरक्षित हटा देने पर 28 सीट में से बहनजी ने 9 सीटों पर ब्राहमण आरक्षण घोषित कर दिया है शेष 19 सीट में अब पिछड़े वर्ग और मुसलमानों को संतुष्ट किया जाना है।
याद रहे प्रदेश की किसी भी लोकसभा सीट पर ब्राहमण वोटरों की संख्या 10%नहीं है जैसा प्रचारित किया जा रहा है जबकि दलित और मुस्लिम हर लोकसभा क्षेत्र में 15 से 40% के बीच हैं लेकिन उनकी बीएसपी में भागीदारी संख्या के हिसाब से न होना कहीं न कहीं छलावा है ।
2007 विधानसभा चुनाव में जब बीएसपी की सरकार बनी तो सारा श्रेय ब्राह्मणों को मिला और 2012 में पार्टी चुनाव हारी तो हार का ठीकरा मुसलमानों पर फूंटा ऐसा ही लोकसभा चुनाव 2014 और विधानसभा चुनाव 2017 में हुआ अब 2019 में एक बार फिर मुसलमान और दलित वोटों के भरोसे ब्राह्मणों को लोकसभा में भेजने की बहनजी ने तैयारी कर दी है।